5 लाख पर्सनल लोन की EMI कितनी होगी?
क्या आप 5 लाख रुपये का पर्सनल लोन लेने की योजना बना रहे हैं? लेकिन EMI (मासिक किस्त) को लेकर कन्फ्यूजन है? चिंता न करें! इस आर्टिकल में हम आपको में बताएंगेआसान भाषा में समझायेंगे कि 5 लाख लोन की EMI कैसे कैलकुलेट होती है और किन बातों पर यह निर्भर करती है।
EMI क्या होती है?
EMI (Equated Monthly Installment) वह निश्चित रकम है जो आपको हर महीने बैंक या लोन देने वाले संस्थान को चुकानी होती है। यह रकम लोन का प्रिंसिपल (मूलधन) और ब्याज दोनों को मिलाकर बनती है।
5 लाख लोन की EMI पर असर डालने वाले फैक्टर्स
- ब्याज दर (Interest Rate): बैंक आपके क्रेडिट स्कोर, इनकम और लोन टेन्योर के आधार पर 10% से 24% तक ब्याज दर लगाते हैं। उदाहरण: SBI, HDFC, ICICI जैसे बैंक 11.5% से 15% ब्याज दर देते हैं।
- लोन की अवधि (Tenure): लोन चुकाने का समय जितना लंबा होगा, EMI उतनी कम होगी। पर्सनल लोन की अवधि आमतौर पर 6 महीने से 5 साल तक होती है।
- प्रोसेसिंग फीस और अन्य चार्ज: ये EMI पर सीधा असर नहीं डालते, लेकिन लोन की कुल लागत बढ़ाते हैं।
अलग-अलग समय और ब्याज दर पर EMI (टेबल)
ब्याज दर (%) | 2 साल (24 महीने) | 3 साल (36 महीने) | 5 साल (60 महीने) |
---|---|---|---|
10% | ₹23,073 | ₹16,134 | ₹10,624 |
12% | ₹23,542 | ₹16,607 | ₹11,122 |
15% | ₹24,243 | ₹17,337 | ₹11,895 |
टेबल में दी गई EMI अनुमानित है। सटीक जानकारी के लिए ऑनलाइन EMI कैलकुलेटर का उपयोग करें।
EMI कैलकुलेशन फॉर्मूला: Step-by-Step गाइडEMI निकालने का फॉर्मूला है: EMI = [P × R × (1+R)^N] ÷ [(1+R)^N – 1] जहाँ:P = लोन अमाउंट (जैसे 5,00,000 रुपये)R = महीने की ब्याज दर (सालाना दर ÷ 12 ÷ 100)N = महीनों की संख्या |
उदाहरण: 5 लाख लोन की EMI
मान लीजिए आपने 5 लाख रुपये 12% सालाना ब्याज दर पर 5 साल (60 महीने) के लिए लिए हैं।
- R = (12/12)/100 = 0.01
- EMI = [5,00,000 × 0.01 × (1+0.01)^60] ÷ [(1+0.01)^60 – 1]
- EMI ≈ 11,122 रुपये महीना
EMI कम करने के आसान टिप्स
- लोन चुकाने का समय बढ़ाएं: 5 साल की जगह 7 साल करने से EMI कम हो जाएगी।
- ब्याज दर पर बातचीत करें: अच्छे क्रेडिट स्कोर (750+) से कम ब्याज दर पाएं।
- प्रीपेमेंट करें: जल्दी लोन चुकाकर ब्याज बचाएं (प्रीपेमेंट चार्ज चेक करें)।
निष्कर्ष
5 लाख पर्सनल लोन की EMI ₹10,624 से ₹24,243 प्रति महीने तक हो सकती है, यह ब्याज दर और टेन्योर पर निर्भर करता है। लोन लेने से पहले EMI कैलकुलेटर से गणना करें और अपने बजट के हिसाब से प्लान बनाएं।
याद रखें: कम EMI के चक्कर में लंबी अवधि का लोन लेने से टोटल इंटरेस्ट ज्यादा देना पड़ सकता है। हमेशा बैंक के साथ टर्म्स क्लियर करें!